
प्रस्तावना: -माता धूमावती दस महाविद्याओं में से सातवीं महाविद्या हैं, जो विधवा रूप में पूजी जाती हैं। उनका स्वरूप अत्यंत रहस्यमयी, भयावह और वैराग्य का
प्रस्तावना: -माता धूमावती दस महाविद्याओं में से सातवीं महाविद्या हैं, जो विधवा रूप में पूजी जाती हैं। उनका स्वरूप अत्यंत रहस्यमयी, भयावह और वैराग्य का
प्रस्तावना:- माता बगलामुखी दस महाविद्याओं में से एक अत्यंत शक्तिशाली देवी हैं, जिन्हें “स्तंभन शक्ति” की अधिष्ठात्री माना जाता है। वे शत्रुओं के वाणी, बुद्धि
प्रस्तावना:- छिन्नमस्ता माता दस महाविद्याओं में एक अत्यंत रहस्यमयी और शक्तिशाली देवी हैं। उनका नाम ही उनके स्वरूप को प्रकट करता है – “छिन्न” अर्थात
प्रस्तावना:- माता मातंगी दस महाविद्याओं में नौवीं देवी हैं, जो वाणी, संगीत और तांत्रिक विद्या की अधिष्ठात्री हैं।इनका रंग हरित (हरा) होता है और वे
प्रस्तावना:- माता कमला दस महाविद्याओं में एक अत्यंत दिव्य और शुभ स्वरूप हैं। वे लक्ष्मी जी का ही तांत्रिक रूप मानी जाती हैं, जो धन,
परिचय:- Om – Adhyatmik Shakti aur Dhvani ka Rahasya” Om शब्द बहुत पवित्र माना जाता है । यह ईश्वर के मुख से निकलने वाला पहला
INTRODUCTION – Ketu ek aisa grah hai jo dikhai too nahi deta lekin iska prabhav jeevan k ghere pehelu par padta hai Vedic astrology mai
INTRODUCTION – Hindu dharm k anusar,Rahu ek aisa grah hai jo dikhai to nahi deta ,lekin iska prabhav jeevan mai gehra hota hai.Rahu na too
INTRODUCTION- Surya dev jinko hum Bhanu,Ravi,Aditya or Divaker k naam se bhi jaante hai,Santan dharm k ek mahan or pracheen devta hai jo prakash,urja or
INTRODUCTION – Kal Bhairav,Bhagvan Shiv ka ek aisa roop hai jo bhakti or bhay,dono ka sammelan hai.Unka Swaroop bhale he bhyanker ho,lekin bhakto ke liye