
प्रस्तावना: मोहिनी पिशाचिनी जिसकी सुंदरता का वर्णन तांत्रिक ग्रंथो में मिलता है इनका रूप मन को मोहने वाला मोहन और भयानक दोनों ही है मोहिनी
प्रस्तावना: मोहिनी पिशाचिनी जिसकी सुंदरता का वर्णन तांत्रिक ग्रंथो में मिलता है इनका रूप मन को मोहने वाला मोहन और भयानक दोनों ही है मोहिनी
प्रस्तावना: कपालिनी पिशाचिनी हमारे हिंदू धर्म में कई सारी देवियों की पूजा की जाती है उन्हीं में से एक है कपालिनी पिशाचिनी माता जो की
प्रस्तावना: मां चामुंडा सबसे प्राचीन स्वरूप है माता का। सनातन धर्म में ज्यादातर सभी माता खुशहाल स्वभाव वाली दिखती है वही चामुंडा माता गुस्से वाली
प्रस्तावना:- माता त्रिपुरा सुंदरी हिंदू धर्म की दस महाविद्याओं में प्रमुख स्थान रखती हैं और उन्हें सौंदर्य, शक्ति और ज्ञान की देवी माना जाता है।
प्रस्तावना:- माता भैरवी दस महाविद्याओं में एक प्रमुख और शक्तिशाली देवी हैं, जिन्हें तंत्र साधना की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। उनका स्वरूप उग्र, तेजस्वी
प्रस्तावना:- माता भुवनेश्वरी Mata bhuvneshwari दस महाविद्याओं में चतुर्थ स्थान पर विराजमान हैं और सम्पूर्ण ब्रह्मांड की अधिष्ठात्री देवी मानी जाती हैं। ‘भुवनेश्वरी’ शब्द का
प्रस्तावना:- माँ तारा देवी हिंदू धर्म की दस महाविद्याओं में से एक हैं और उन्हें ज्ञान, मुक्ति और रक्षा की देवी माना जाता है। उनका
प्रस्तावना: -माता धूमावती दस महाविद्याओं में से सातवीं महाविद्या हैं, जो विधवा रूप में पूजी जाती हैं। उनका स्वरूप अत्यंत रहस्यमयी, भयावह और वैराग्य का
प्रस्तावना:- माता बगलामुखी दस महाविद्याओं में से एक अत्यंत शक्तिशाली देवी हैं, जिन्हें “स्तंभन शक्ति” की अधिष्ठात्री माना जाता है। वे शत्रुओं के वाणी, बुद्धि
प्रस्तावना:- छिन्नमस्ता माता दस महाविद्याओं में एक अत्यंत रहस्यमयी और शक्तिशाली देवी हैं। उनका नाम ही उनके स्वरूप को प्रकट करता है – “छिन्न” अर्थात